समझदार मोहन
मोहन एक बहुत समझदार लड़का था। एक दिन वह अपने पिता जी के साथ बाज़ार जा रहा था।
रास्ते में उसने एक बहेलिए को देखा। वह रंग-बिरंगे पिंजरों में बंद तोते बेच रहा था। मोहन को वे तोते बहुत प्यारे लगे और उसने अपने पिता जी से एक तोता खरीदने को कहा। पिता जी ने उसे बहुत समझाया कि तोता खुले आसमान में उड़ने पर ज़्यादा खुश रहेगा। वह आज़ाद उड़ने वाला पक्षी है, लेकिन मोहन न माना और उसकी ज़िद के आगे पिता जी को झुकना पड़ा। More
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